Shramashree Scheme -2025 पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अगस्त 2025 में श्रमश्री योजना की शुरुआत की है, जो एक नई योजना है। विभिन्न राज्यों से वापस लौटने वाले प्रवासी कर्मचारियों को वित्तीय सहायता और रोजगार प्रदान करना इस योजना का मुख्य लक्ष्य है। इस योजना के तहत योग्य कर्मचारियों को ₹5,000 की मासिक सहायता मिलती है। जब तक उन्हें नया काम नहीं मिलता, तब तक मदद जारी रहेगी, या कम से कम बारह महीने।
श्रमश्री कार्यक्रम क्या है?
प्रवासी कर्मचारियों के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने श्रमश्री योजना शुरू की है। यह योजना उन लोगों पर केंद्रित है जो दूसरे राज्यों से पश्चिम बंगाल लौट रहे हैं, खासकर उत्पीड़न या रोजगार की कमी के कारण। योजना का उद्देश्य इन कर्मचारियों का पुनर्वास करना और उन्हें राज्य में ही स्वतंत्र होने में सहायता करना है। यह योजना उन्हें न केवल पैसे देती है, बल्कि उन्हें रोजगार और कौशल प्रशिक्षण के अवसर भी देती है।
योजना का प्रमुख लक्ष्य
- ऋण सहायता: लौटे हुए प्रवासी कर्मचारियों को उनकी बेरोजगारी के दौरान मासिक ₹5,000 की वित्तीय सहायता देना।
- नौकरी के मौके: कर्मचारियों को उनकी क्षमता और क्षमता के अनुसार नौकरी देना।
- कौशल की वृद्धि: कर्मचारियों को बेहतर नौकरी प्राप्त करने के लिए उन्हें नए कौशल सिखाना या उनके मौजूदा कौशल को सुधारना
- पुनरुत्थान: राज्य में वापस लौटे कर्मचारियों के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल बनाना
- दूसरे कार्यक्रमों के फायदे: स्वास्थ्य साथी और राशन कार्ड जैसी सरकारी योजनाओं को लाभार्थियों को देना ताकि वे बुनियादी सुविधाएं पा सकें।
- आत्मनिर्भरता का विकास: कर्मचारियों को स्वरोजगार शुरू करने की प्रेरणा देना और उनके लिए आवश्यक ऋण सहायता प्रदान करना।
श्रमश्री योजना के योग्यता मानदंड
श्रमश्री योजना का लाभ लेने के लिए कुछ विशिष्ट शर्तें पूरी करनी चाहिए।
- स्थान: आवेदक पश्चिम बंगाल का नागरिक होना चाहिए।
- विदेशी कर्मचारी: यह योजना केवल दूसरे राज्यों में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए है जो अब वापस आए हैं।
- रजिस्टर करें: पश्चिम बंगाल के श्रम विभाग द्वारा संचालित श्रमश्री पोर्टल पर आवेदक को पंजीकृत होना चाहिए।
- रोज़गार की कमी: वर्तमान में कर्मचारियों को काम नहीं मिलना चाहिए। जब तक उसे कोई नया काम नहीं मिलता, तब तक उसे पैसे दी जाएंगे।
- अलग: योजना का लाभ उठाने के लिए कर्मचारियों को एक विशिष्ट पहचान कार्ड मिलेगा, जिसे वे अन्य सरकारी सुविधाओं के लिए भी उपयोग कर सकेंगे।
श्रमश्री कार्यक्रम के फायदे
इस कार्यक्रम से कर्मचारियों को कई महत्वपूर्ण लाभ मिलते हैं:
- मासिक आर्थिक सहायता: ₹5,000 की मासिक वित्तीय सहायता सबसे बड़ा लाभ है। मदद अधिकतम एक वर्ष या कर्मचारी को नौकरी मिलने तक जारी रहेगी।
- यात्रा मदद: कर्मचारियों को वापस लौटने के लिए एक ₹5,000 की यात्रा सहायता भी दी जाती है।
- प्रशिक्षण: कर्मचारियों को कौशल प्रशिक्षण मिलता है, जो उनकी रोजगार क्षमता को बढ़ाता है।
- नौकरी कार्ड: मनरेगा जैसे कार्यक्रमों से प्रेरित होकर ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों के लिए जॉब कार्ड जारी किए जाते हैं।
- उद्यमशीलता बढ़ावा: यह योजना भी कर्मचारियों को स्वरोजगार या छोटे व्यवसाय शुरू करने के लिए ऋण देती है।
- सरकारी कार्यक्रमों के अतिरिक्त फायदे: योजनाओं में खाद्य साथी (राशन कार्ड) और स्वास्थ्य साथी भी शामिल हैं।
योग्यता मापदंड
श्रमाश्री योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक को निम्नलिखित योग्यता आवश्यकताओं को पूरा करना होगा:
- मूल निवासी: आवेदक मूल रूप से पश्चिम बंगाल का नागरिक होना चाहिए।
- प्रवासी कर्मचारी: आवेदक को किसी अन्य देश या राज्य में काम करने वाला प्रवासी कर्मचारी होना चाहिए।
- वापस लौटना: योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदक पश्चिम बंगाल से वापस लौटना होगा।
- बैंक खाता: प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (DBT) के लिए आवेदक के पास वैध बैंक खाता होना चाहिए।
- आयु सीमा: आवेदक 18 से 60 वर्ष की आयु में होना चाहिए।
आवेदन करने का तरीका
श्रमश्री योजना का आवेदन ऑनलाइन पोर्टल पर आधारित होगा। इस योजना को पश्चिम बंगाल के श्रम विभाग ने लागू किया है।
- पोर्टल में आवेदन करना: आवेदक को पहले श्रमश्री पोर्टल पर जाना होगा।
- आवश्यक विवरण दर्ज करें: आवेदक को पोर्टल पर अपना व्यक्तिगत विवरण, निवास स्थान, पिछले काम की जानकारी और बैंक खाते की जानकारी दर्ज करनी होगी।
- दस्तावेज़ को डाउनलोड करें: आवेदक को बैंक पासबुक, निवास प्रमाण पत्र, आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेजों की स्कैनित प्रतियां अपलोड करनी होगी।
- प्रमाण: दस्तावेजों का सत्यापन संबंधित विभाग द्वारा आवेदन जमा करने के बाद किया जाएगा।
- उपहार: सत्यापन के बाद, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (DBT) के माध्यम से मासिक सहायता राशि सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजी जाएगी। यह सुनिश्चित करता है कि सहायता सीधे जरूरतमंदों तक पहुंचती है, बिना किसी बिचौलिये के हस्तक्षेप के।
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ऑफलाइन आवेदन कैसे करें
- Duare Sarkar शिविर: आवेदक अपने निकटतम दुआरे सरकार शिविर में जाकर श्रमाश्री काउंटर पर आवेदन कर सकते हैं।
- Form भरें: आवेदन पत्र एक स्वयंसेवक या कर्मचारी की मदद से भरें।
- दस्तावेज़ भेजें: सब आवश्यक दस्तावेजों की फोटोकॉपी भेजें।
- रसीद मिलें: आवेदन जमा करने के बाद रसीद प्राप्त करना न भूलें।
आवश्यक रिकॉर्ड
श्रमाश्री योजना के लिए आवेदन करते समय निम्नलिखित आवश्यक दस्तावेजों की जाँच की जाएगी:
- मुख्य कार्ड: पहचान और स्थान के संकेत के रूप में
- वोटर ID कार्ड: निवास के सबूत के रूप में
- बैंक खाता: सीधे बैंक खाते में धन हस्तांतरित करने के लिए
- प्रवासी कामगार होने का सबूत: यह साबित करने के लिए कि आवेदक दूसरे राज्य में काम कर रहा था (जैसे कि कोई पुराना जॉब कार्ड या कार्यस्थल का पता)
- Age Proof: जन्म प्रमाण पत्र, आधार कार्ड या कोई वैध प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट आकार की तस्वीर: आवेदक की वर्तमान तस्वीर।
- मोबाइल फोन संख्या: संचार और पंजीकरण के लिए।
योजना और उसका असर
पश्चिम बंगाल के प्रवासी कर्मचारियों पर महत्वपूर्ण और सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है श्रमाश्री योजना:
- धन सुरक्षा: यह योजना उन कर्मचारियों को तत्काल आर्थिक सुरक्षा प्रदान करती है जो कोविड-19 महामारी या अन्य परिस्थितियों से अपनी नौकरी खो चुके हैं।
- समाजिक पुनरुत्थान: यह उन्हें एक नया जीवन शुरू करने में मदद करता है और सामाजिक रूप से जुड़ने में मदद करता है।
- आत्मनिर्भरता में सुधार: यह योजना श्रमिकों को कौशल विकास और स्वरोजगार के अवसर देती है, जिससे वे भविष्य में राज्य की अर्थव्यवस्था में योगदान कर सकें।
- भोजन और दवा की सुरक्षा: मजदूरों और उनके परिवारों को स्वास्थ्य और खाद्य साथी योजनाओं से लाभ मिलता है।
- प्रवासी कर्मचारियों का सम्मान: यह योजना प्रवासी कर्मचारियों को सम्मान और गरिमा देती है, जो अक्सर काम की तलाश में बाहर निकलते समय उपेक्षित महसूस करते हैं।
चुनौतियाँ और भविष्य की योजना
- जानकारी का अभाव: पश्चिम बंगाल से बाहर काम करने वाले बहुत से कर्मचारी इस योजना से परिचित नहीं हैं। सरकार को व्यापक जागरूकता अभियान चलाना चाहिए।
- दस्तावेज़: कुछ प्रवासी कर्मचारियों के पास आवश्यक दस्तावेज शायद नहीं हों। सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा कि दस्तावेज़ीकरण की प्रक्रिया दोनों सुविधाजनक और आसान हो।
- पारदर्शी: मदद के वितरण में पारदर्शिता बनाए रखना कठिन हो सकता है। DBT सिस्टम इस बाधा को कम करने में मदद करेगा।
- नौकरी के अवसर: मासिक सहायता के बाद कर्मचारियों को स्थायी काम मिलना बहुत कठिन होगा। सरकार को रोजगार पैदा करने के लिए ठोस कार्रवाई करनी होगी।
निष्कर्ष
पश्चिम बंगाल सरकार ने प्रवासी कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए श्रमश्री योजना की शुरुआत की है। यह योजना उन्हें राज्य में सम्मान और आजीविका के अवसरों के अलावा आर्थिक सुरक्षा भी देती है। यह योजना राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के अलावा सामाजिक सुरक्षा और रोजगार सृजन के बीच एक पुल का काम करेगी।